राजनीतिक पार्टियां चुनावों में उम्मीदवारों की लिस्ट बनाते वक्त खूब माथापच्ची करती हैं... उनके लिए कैंडीडेट चुनने का एकमात्र पैमाना होता है कि वो जिताऊ हो, यानि चुनाव जीत जाए.. इसके अलावा चाहे, दागी हो अपराधी हो, उससे पार्टी को कोई मतलब नहीं है.. जी हां, ये बात सच है और इसका प्रमाण है एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म यानी ADR की रिपोर्ट, जिसमें बताया गया कि कितने प्रतिशत विधायक यूपी में दागी और कितने प्रतिशत की कमाई से ज्यादा संपत्ति हैं. साथ ही जरूरी जानकारी ये भी मिली है कि किस पार्टी के सबसे ज्यादा विधायक अपराधिक श्रेणी में आते हैं..<br />